जिले के सबसे पुराने विद्यालय शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पहली बार भूतपूर्व छात्र-छात्राओं का भव्य सम्मेलन आयोजित किया गया। 1958 में स्थापित इस विद्यालय के प्रांगण में 1958 से लेकर 2024 तक के अलग-अलग बैचों के सैकड़ों विद्यार्थी और शिक्षकों का पुनर्मिलन हुआ। इस सम्मेलन ने न सिर्फ पुरानी यादों को ताज़ा किया।