नरसिंह मंदिर परिसर में घुल्लाई अमावस के दूसरे दिन रविवार को सुबह 9 बजे बड़ी संख्या में बच्चे घुल्ला , घोड़ा दौड़ाते रहे, सभी ने सामूहिक रूप से खुरमा , बतिया का आनंद लिया। इस दौरान सभी बच्चों का स्वागत राजेश विश्वकर्मा ने किया। आज जब आधुनिकता की रफ्तार तेज़ बढ़ रही है तब ऐसी लोक परंपराएँ हमें अपनी जड़ों और पहचान से जोड़ती हैं। और हमे सीखती हैं कि गौरवशाली पर