जो खुशी इनके साथ मिलती है और इनकी सेवा में वह खुशी कहीं नहीं मिलती मनुष्य लेकर मुकर जाता है और एहसान भूल जाता है लेकिन यह जीव हमेशा हमारे इंसानों से ज्यादा विश्वास पात्र रहते हैं श्रीनाथ समूह सुनीता