गुरुवार को शाम 4:00 बजे प्राप्त जानकारी के मुताबिक बेंगलुरु की रहने वाली सुरैया कुरेशी बीवी तबस्सुम दरगाह जियारत के लिए अजमेर आई उन्होंने अपने हाथों से वेलवेट कॉटन पर लिखी हुई कुरान शरीफ दिखाई इसे तैयार करने में उनका 5 साल लगे उन्होंने बताया कि यह अनमोल तोहफा प्रधानमंत्री कार्यालय के माध्यम से सऊदी अरब के पवित्र शहर मदीना पहुंचने की तमन्ना है।