महसी तहसील क्षेत्र का सबसे अधिक कटान प्रभावित गांव जानकी नगर अब अस्तित्व विहीन होने के कगार पर पहुंच चुका है। मंगलवार को गांव निवासी रामफल के मकान को घाघरा नदी अपने पेट में समाहित करने के लिए आतुर दिखाई दी। नदी का रौद्र रूप देखकर स्थानीय लोग सहमे हुए हैं। ज्ञात हो कि जानकीनगर गांव के करीब एक दर्जन से अधिक मकान घाघरा की तेज धारा में पहले ही समाहित हो चुके हैं