#सुप्रभात न कश्चित कस्यचित मित्रं न कश्चित कस्यचित रिपु: ।व्यवहारेण जायन्ते, मित्राणि रिप्वस्तथा ।।न कोई किसी का मित्र होता है, न कोई किसी का शत्रु। व्यवहार से ही मित्र या शत्रु बनते हैं।#abvp