खुशी अमावस्या पर लोगों ने विभिन्न जगहों में कुछ तोड़ा और शिवगंगा तालाब में तर्पण किया । इस संबंध में मंदिर स्टेट पुरोहित श्रीनाथ पंडित ने शनिवार के दोपहर 1:00 बताया की खुशी अमावस्या पर कुछ तोड़ने की परंपरा प्राचीन रही हैं। इस दिन पितृ विहीन लोगों के द्वारा अपने कुल पुरोहित से कुश का अंगूठी बनवाया जाता है और लोग उसी से तर्पण करते हैं ।