हजारीबाग समाहरणालय में संयुक्त वनाधिकार समिति के बैनर तले आदिवासी समुदाय ने शुक्रवार को पारंपरिक हथियारों के साथ जनाक्रोश रैली व धरना दिया। पुरुष तीर-धनुष व कुल्हाड़ी तो महिलाएं हसुआ लेकर पहुंचीं। नेताओं ने आरोप लगाया कि वनाधिकार कानून 2006 के दावे लंबित हैं और ग्रामसभा के अधिकारों की अनदेखी हो रही है।