आपको बता दें कि ग्राम बोकरामुड़ा के आश्रित ग्राम रीलो निवासी सुखसिह राठिया पिता मुनुराम राठिया खेती किसानी का काम करता है। परिवार के साथ ग्राम फरकानारा गणेश विसर्जन पर आयोजित कीर्तन भजन कार्यक्रम में शामिल होने गया था। शनिवार की सुबह वापस आये तो घर का ताला टूटा देख उसके होश