किसानों की फसल उत्पादन क्षमता बढ़ाने और मिट्टी का स्वास्थ्य सुधारने के लिए विकासखंड वारासिवनी में मार्च 2025 से प्रारंभ हुई मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। अब किसानों को अपने खेत की मिट्टी जांच के लिए जिला मुख्यालय नहीं जाना पड़ता, बल्कि स्थानीय स्तर पर ही यह सुविधा उपलब्ध है।