ग्रामीणों ने मंगलवार शाम 7 बजे बताया कि सांवलिया जी प्राकट्य स्थल पर संचालित कमेटी की मनमानी और अव्यवस्थाओं के खिलाफ अब बागुंड समेत पांच गांवों के ग्रामीण मुखर हो गए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि कमेटी ने अपने ही संविधान की धज्जियां उड़ा दी हैं। वर्षों से चुनाव नहीं हुए, बैठकों में कोरम पूरा नहीं होता और फैसले मनमाने तरीके से फर्जी हस्ताक्षरों पर लिए जाते हैं