अंतरराष्ट्रीय भोजपुरी संगम भारत के तत्वाधान में रविवार को शारदा चौराहे स्थित एक होटल सभागार में साहित्य माहौल उसे समय चरम पर पहुंच गया जब राज्यपाल एवं अंतर्राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित साहित्य का डॉक्टर ईश्वर चंद्र त्रिपाठी की कृति कबीर हूं कबीर रहने दे का भव्य लोकार्पण किया गया प्रोफेसर संजीव कुमार ने विमोचन कर कहा कि यह कृति समाज की आत्मा पर दस्तक देती है