मृतक 19 अगस्त को प्रातः 8 बजे घर से काम में जाने की बात कह कर निकाला था, वह काम पर जाने की बजाय गांव में ही स्थित अपने पुराने मकान में चला गया, जहां पर कोई नहीं रहता, पुराने मकान से दुर्गंध आने के बाद पड़ोसियों ने तत्काल दुर्जन पटेल के माध्यम से गुरुर पुलिस को सूचना दी गई, जब पुलिस की टीम पहुंची, तो नरोत्तम पटेल का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला।