प्रतापपुर प्रखंड मुख्यालय में वर्ष 2004 में करोड़ो की लागत से स्थापित बीएसएनएल टावर व कार्यालय आज खंडहर बनकर खड़ा है। यह वही टावर है जिसे लेकर गरीब और मध्यवर्गीय उपभोक्ताओं ने सस्ती मोबाइल रिचार्ज सेवा की उम्मीद की थी, लेकिन 21 साल बाद भी हक्कीत यह है कि पूरा कार्यालय जर्जर हो चुका है और टावर पर बेल झाड़ियां चढ़ चुकी हैं। वहीँ टावर की जनरेटर भी पूरी तरह से खरा