गांव में ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए, करीब 300 ग्रामीणों ने गांव को शराब-मुक्त बनाने का संकल्प लिया है। यह फैसला गांव में एक शराबी द्वारा स्कूल परिसर में हंगामा करने की घटना के बाद लिया गया। घटना से आहत ग्रामीणों ने एक सामूहिक बैठक बुलाई, जिसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि अब से गांव में न तो कोई शराब पिएगा और न ही बेचेगा।