मध्यप्रदेश में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी दर्ज की गई है। हालांकि मातृ मृत्यु दर का औसत देश में होने वाली मातृ मृत्यु दर के औसत से करीब दोगुना है। इसका खुलासा देश में प्रसव के दौरान होने वाली मौतों के 2022-2023 को लेकर रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया की जारी रिपोर्ट से हुआ है। इसके मुताबिक, एमपी में एक लाख प्रसूताओं में से 142 की हर साल मौत हो जाती है।