उप निदेशक, पशु स्वास्थ्य एवं प्रजनन धर्मशाला डॉ. सीमा गुलेरिया ने बताया कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए पशुपालन विभाग लगातार प्रयासरत है, विभाग की योजनाएँ पशुपालकों की आय बढ़ाने के साथ पशु स्वास्थ्य व उत्पादकता सुधार रही हैं, उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिले में 50 दुग्ध उत्पादक सहकारिता समितियाँ बनाई गई हैं।