सोमवार रात लगभग दस बजे का नजारा देखते ही बन रहा था। आगे-आगे युवा अखाड़ा अपने करतब दिखा रहा था और पीछे-पीछे भक्तों का जत्था ढोल-नगाड़ों की थाप पर झूमता-नाचता चल रहा था। भक्ति और उत्साह से सराबोर माहौल में श्रद्धालु "गणपति बप्पा मोरया" के जयकारे लगा रहे थे। शोभायात्रा में महिलाओं, बच्चों और युवाओं की भारी भागीदारी देखने को मिली।