बुधवार दोपहर 12 निरमण्ड खण्ड की घाटू पंचायत का शमारनी गांव गमगीन था। गांव के नजदीक शमानी खड्ड में अभागे शिव राम के परिवार के पांच सदस्यों की एक साथ चिताएं जली थी। जिन्हें शिव राम के बेटे श्याम लाल ने मुखाग्नि दी। कल कल बहती शमानी नदी बुधवार 10 सितम्बर के कभी न भुलाए जाने वाले इस काले अध्याय की गवाह बन गयी।