पुलिस की वर्दी को अक्सर सख्ती और डर से जोड़ा जाता है, लेकिन भगवानपुर चौकी इंचार्ज पूनम कबीर ने शनिवार रात 11 बजे इस धारणा को बदलकर इंसानियत की नई मिसाल कायम की। गश्त के दौरान उनकी नजर दो मासूम बच्चों, शिवा (कक्षा 7) और नीरज (कक्षा 4) पर पड़ी, जो टिमटिमाती रोशनी में किताबों के साथ अपने सपनों को संजो रहे थे। उनके पिता कमलाकर गुप्ता ठेले पर लाई-चना बेचते हैं!