पोला अमावस्या के अवसर पर शहर के दादाजी मंदिर में नदी को सजाकर लाया गया श्री अवधूत संत श्री दादाजी धूनीवाले दरबार में बैलों को मिष्ठान का भोग लगाकर भोजन कराया गया साथ ही पूजा अर्चना भी की गई ज्ञात हो कि ओला पर्व के दौरान आज के दिन बैलों से किसी प्रकार का काम नहीं लिया जाता उन्हें पूरा दिन रेस्ट दिया जाता है उसके साथ ही उन्हें विभिन्न प्रकार के व्यंजन खिलाए ज