स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं सुप्रसिद्ध साहित्यकार स्वर्गीय श्री माखनलाल चतुर्वेदी द्वारा रचित कालजयी कविता पुष्प की अभिलाषा का। केन्द्रीय जेल बिलासपुर में सामूहिक पठन किया गया। श्री चतुर्वेदी ने बिलासपुर केन्द्रीय जेल में निरूद्ध रहने के दौरान 18 फरवरी 1922 को इस देशभक्ति पूर्ण काव्य की रचना की थी।