कोलकाता से संबंध रखने वाले तथा वर्तमान में हमीरपुर में रहने वाले समाज से भी शांतनु कुमार अब तक 5014 लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुके हैं। वह हरिद्वार में जाकर संपूर्ण श्राद्ध ही कर चुके हैं। समाज सेवा का यह सफर 1992 से शुरू हुआ था जो की लगातार चल रहा है। उनकी इस अनूठी समाज सेवा से हर कोई प्रभावित है।