मूक पशुओं की सुरक्षा को लेकर प्रशासन चाहे लाख दावे कर ले लेकिन हकीकत जमीनी स्तर पर बिल्कुल अलग है ग्राम पंचायतों में आवारा व घुमंतू पशुओं को पकड़ने और उनकी देखभाल के लिए गठित हाका गैंग सिर्फ कागज़ों में सक्रिय नज़र आ रहा है ताजा मामला तेवरी ग्राम पंचायत का है जहां एनएच-30 पर हुए हादसे ने पंचायत व्यवस्था की पोल खोल दी