शनिवार को पुरोहित दीपक पांडेय, सागर पुनेठा ने पूजा अर्चना संपादित कराई। अपराह्न तीन बजे बाद कथावाचक व्यास बाबा आदित्य दास ललित प्रसाद पांडेय दास ने कुमांऊनी बोली में कथा का मधुर प्रवचन किया। उन्होंने शिव के जगत प्रसिद्ध बारह ज्योतिर्लिंगों सहित अन्य शिव स्वरूपों की कथा का प्रसंग सुनाया। मुख यजमान मोहन चंद्र बगौली सपत्नीक रहे।