बाराकोट के लोहाश्री तोक के खिलानंद पंत ने दोपहर दो बजे बताया कि पहली नवरात्रि को पवित्र नदियों में स्नान के बाद मंदिरों में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा। कई स्थानों पर दुर्गा सप्तशती और रामायण पाठ आयोजित किए गए। रामेश्वर और पंचेश्वर के पवित्र घाटों पर हजारों श्रद्धालुओं और देव डांगरों ने गंगा में स्नान कर देवी-देवताओं के आयुधों को नहलाया।