बाढ़ में तीज का व्रत धूमधाम से मनाया गया। बता दें कि प्रत्येक वर्ष भाद्र मास के शुक्लपक्ष के तृतीया तिथि को सुहागिन महिलाएं अपने पति के लम्बी आयु के लिए व्रत रखती है। महिलाओं ने 7: 30 बजे बताया कि दिनभर निर्जला उपवास रखती हैं और सायंकाल में मिट्टी के शिव-पार्वती को बनाकर पूजा-अर्चना करती है तथा इस ऋतु में होने वाले सभी प्रकार के फलों का भोग लगाया जाता है।