ललितपुर सदर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत मोहल्ला गांधीनगर निवासी एक बेटी ने पिता की मौत के बाद बेटा नहीं होने के कारण बेटी ने पिता को मुखाग्नि देकर समाज की पुरानी मान्यताओं को तोड़ते हुए, ललितपुर में बेटियों ने अपने पिता के अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी निभाकर एक नई मिसाल कायम की है. जिसकी चर्चा ललितपुर कि नहीं बल्कि पूरे बुंदेलखंड में हो रही है।