प्रदेश की विभिन्न ग्राम पंचायतों मे मेट के रुप में कार्य कर रहे श्रमिकों ने अपनी मॉगों को लेकर शासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हंै। पिछले लगभग 18-19 वर्षो से मेट के रुप में कार्य कर रहे यह श्रमिक अपने मानदेय को लेकर लामबंद हो गए और उनके द्वारा पिछले कई वर्षो से शासन के समक्ष अपनी मॉगों को रखा जा रहा हैं, लेकिन आज तक शासन ने उनकी मॉगों पर कोई ध्यान नहीं दिए।