पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी बारिश और बिजनौर बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण एक बार फिर बाढ़ का पानी खेतों में घुस गया है। इससे स्थानीय लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं और कई मुख्य मार्गों से संपर्क टूट गया है। बाढ़ के पानी में घुसकर करीब दो किमी तक दूरी तय करके ग्रामीण पशुओं के लिए चारा ला रहे हैं।