सिंगल-यूज़ प्लास्टिक का उपयोग छोड़कर कपड़ा व जूट जैसे विकल्प अपनाएँ। यही मानव सभ्यता के हित में है- श्री अरुण जोशी, भूतपूर्व अतिरिक्त निदेशक, डीआईपीआर, राजस्थान सरकार