खंडवा की धरती पर आस्था और इतिहास का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। घने जंगलों और नदी किनारे एक पवित्र स्थल है – भीमकुंड, जिसे लोग सिर्फ एक कुंड नहीं, बल्कि भगवान शिव के अद्वितीय स्वरूप भीमाशंकर महादेव का प्रतिरूप मानते हैं। मान्यता है कि यह वही स्वरूप है, जिसे महाराष्ट्र के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में भी पूजा जाता है। जानकारी शुक्रवार सुबह 10 बजे के लगभग मिली।