गुरूवार 15 मई दोपहर 2 बजे के आसपास मिली जानकारी के अनुसार बताया गया है कि विद्यालय की प्रमुख समस्याओं की पहचान कर उनके समाधान के लिए ठोस कार्य योजना बनाई जाए। विद्यालय को केवल एक संस्था न समझकर अपना परिवार मानें और मासिक बैठकों में सक्रिय भागीदारी के माध्यम से सुधारात्मक सुझाव अवश्य दें। प्रशिक्षण में प्रखंड के 20 विद्यालयों से दो-दो प्रतिनिधियों ने भाग लिया