जिले के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों पशु एकटंगिया व गलाघोंटू रोग से ग्रसित हो रहे हैं। पशुपालक प्राइवेट चिकित्सकों को बुलाकर दवाई में सैकड़ों रुपये फूंकने पर मजबूर हो रहे हैं, लेकिन बारिश के समय होने वाला एचएसबीक्यू टीकाकरण पशुओं को नहीं किया गया। जिसके कारण पशु संक्रामक - रोग के शिकार होने लगे हैं। नाराज पशुपालकों ने बताया कि साल में दो बार पशुओं का टीकाकरण