हजारीबाग में शराब दुकानों की लॉटरी से बंदोबस्ती पर विवाद खड़ा हो गया। स्थानीय व्यापारियों ने आरोप लगाया कि प्रक्रिया में बाहरी राज्यों के लोगों को प्राथमिकता दी गई और झारखंड के प्रतिभागियों को मौका नहीं मिला। समाहरणालय में हंगामा कर लाइसेंस स्थानीय लोगों को देने की मांग की गई। सहायक आयुक्त उत्पाद ने बताया कि जिले में 62 दुकानें बंदोबस्त की गईं।