गांव कोरियावास में 725 करोड़ रुपए की लागत से 800 बैड का मेडिकल कॉलेज बना है। इस कॉलेज में एक मई से ओपीडी सेवाएं सरकार ने शुरू कर दी थी। जिस समय ओपीडी सेवाएं शुरू हुई, उस समय मेडिकल कॉलेज का नाम महर्षि च्यवन मेडिकल कॉलेज रखा गया। इसके नाम का बोर्ड चार मई की रात को कॉलेज के मुख्य गेट पर लगाया गया।