कोरैय्या जंगल निवासी कंधई लाल का बेटा विक्रम अपनी रिश्तेदारी से साइकिल पर घर लौट रहा था। रास्ते में वह सैदापुर देवकली के पास पहुंचा, जहां बाढ़ के पानी से लबालब भरी उल्ल नदी तेज धार के साथ बह रही थी। इसी दौरान उसकी साइकिल अनियंत्रित हो गई और वह तेज धारा में समा गया। खोजबीन जारी है।