तिरोड़ी तहसील के अंतिम छोर पर जंगल के बीच बसे खैरलांजी गांव में ग्रामीणों ने चंदा इकट्टा कर श्रमदान से सड़क का निर्माण करना शुरू कर दिया है। ग्रामीण खैरलांजी से सिलारी के बीच मुरूम मिट्टी से सड़क का निर्माण कर रहे है। खैरलांजी वह गांव है जहां के एक शख्स का बीते दिनों हिंसक वन्य प्राणी बाघ ने शिकार कर मौत के घाट उतार दिया था।