वर्षों से उपेक्षा झेल रहे ढीमर-मछुआरा समाज ने गुरुवार दोपहर करीब 1:30 बजे कलेक्ट्रेट के सामने में छोटे बच्चों सहित बरसते पानी में दरी बिछाकर धरना दिया। समाज का आरोप है कि जिले के 7 हजार से अधिक मछुआरों को पिछले दो वर्षों से बचत सह राशि नहीं मिली। अधिकारी बजट का बहाना बनाकर भुगतान रोक रहे हैं। यह भी आरोप लगाया कि फर्जी जाति प्रमाणपत्र बनाकर दिया जा रहा है।