खाद संकट ने किसानों की कमर तोड़ दी है। एक और प्रशासन बड़े-बड़े दावे कर रहा है कि जिले में पर्याप्त खाद मौजूद है। लेकिन हकीकत इन दावों से बिल्कुल उलटा है। जमीन पर हकीकत यह है कि किसानों की लंबी-लंबी कतारें, धूप में तपते उनके थके चेहरे और खाली हाथ लौटते उनके कदम साफ बता रहे हैं कि सिस्टम के सारे दावे खोखले हैं। अन्नदाता जो दिन रात खेतों में मेहनत करता है।