मनरेसा हाउस में सोमवार दोपहर करीब तीन बजे डॉ कामिल बुल्के की जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस दौरान काफी संख्या में लोग मौजूद रहे। इस मौके पर श्रद्धांजलि अर्पित करते वहां से लोगों ने कहा कि डॉ कामिल बुल्के ने हिंदी और संस्कृत भाषा के माध्यम से पुरे भारतवर्ष में हर नागरिक को जोड़ने का अद्भुत और अभुतपूर्व सराहनीय कार्य क