RSS एवं वाल्मीकि महासभा के संयुक्त तत्वाधान में शरद पूर्णिमा एवं महर्षि वाल्मीकि जयंती का भव्य आयोजन किया गया। वाल्मीकि महासभा के प्रदेश अध्यक्ष ने महर्षि वाल्मीकि के जीवन पर प्रकाश डालते हुए समाज में एकता, सद्भाव और आत्मबल की भावना बनाए रखने का संदेश दिया। संघ के जिला कार्यवाहक ने अपने बुद्धिक में शरद पूर्णिमा की रात के वैज्ञानिक और धार्मिक महत्व बताया।