झारखंड छात्र मोर्चा के द्वारा मंगलवार दोपहर 12:00 देवघर कॉलेज प्राचार्य को विज्ञापन सौंपा गया। जिसमें आरोप है कि देवघर महाविद्यालय की इंटरमीडिएट साइंस के तृतीय वर्ष के एससी एवं एसटी समुदाय के छात्र-छात्राओं को घोर दुर्भावना से ग्रस्त होकर प्रायोगिक परीक्षा में अत्यंत कम अंक दिए गए हैं। जबकि सामान्य वर्ग को अधिक अंक दिया गया हैं।