हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस द्वारा विपक्ष का नेता चुनने मे लगभग 1 वर्ष लगाने व उभरती गुटबाजी पर अपने अंदाज मे तंज कसते हुए गुनगुनाया इब्तिदा-ए-इश्क है रोता है क्या,आगे आगे देखिये होता है क्या।उन्होंने कहा कि किस पार्टी का कौन बनेगा, किसको क्या दायित्व दियाजाएगाइससे हमारा कोई लेना देना नहीं। मगर मे निर्णय लेन एक साल लगा दिया।