अलीराजपुर हम भगवान का पूजन अर्चन करते हैं। मंदिर में जाकर हम भगवान के सामने आंख बंद करके हाथ जोड़ कर खड़े हो जाते हैं। हमें भगवान के सामने आंख बंद करके नहीं खड़ा होना चाहिए, बल्कि भगवान के विग्रह को अपने मन में बसा लेना चाहिए। उक्त विचार आंबुआ में श्रीमद् भागवत कथा में व्यास पीठ पर विराजमान पंडित शिवगुरु शर्मा ने गुरुवार दोपहर तीन बजे व्यक्त किए।