रविवार को 11:00 लघु सचिवालय पहुंचे महेंद्र तनेजा ने बताया कि उसका 800 गज का प्लांट था जिसमें से 200 गज उसने बेच दिया और उसकी रजिस्ट्री भी होगी। अब बाकी को बेचना चाहता है तो नगर निगम के अधिकारियों ने उसे अनअप्रूव्ड कर दिया। जबकि यह सारा एक ही टुकड़ा है। ऐसे में वह लगातार अधिकारियों के चक्कर काट रहा है मगर कोई समाधान नहीं हो रहा।