शनिवार को करीब तीन बजे सूरज गिरी महाराज के नेतृत्व में देवप्रयाग से चीड़ हटाओ बांज लगाओ पदयात्रा रुद्रप्रयाग पहुंची। उन्होंने बताया इसका मुख्य उद्देश्य पहाड़ में हो रहे नुकसान लेकर निकाली है। पहाड़ों में जल स्रोत सूख रहे है। बिना ग्लेशियर की बहने वाली नदियों का पानी उन्होंने नाले का रूप ले लिया है।