गजरौला स्थित बूढ़े बाबू के निकट स्थित प्राचीन मंदिर पर 26 दिन से अपने चारों तरफ धुंनी रमाकर तपस्या में बैठे महात्मा,आने वाली 11 तारीख को होगी तपस्या पूरी जिसके बाद किया जाएगा विशाल भंडारा। इसके बारे में जानकारी देते हुए शुक्रवार को करीब 11:00 बजे मंदिर पर रहने रह रही पुजारिन अन्नपूर्णा ने बताया कि यहां बूढ़े बाबू के मठ के निकट प्राचीन मंदिर है।