मां का लाडला और पत्नी के हाथ की अधूरी मेहंदी… क्या यही था अभिषेक महतो की किस्मत का अंत, तेज रफ्तार ने क्यों छीन ली एक परिवार की सारी खुशियां? पंद्रह दिन पहले घर में शहनाइयाँ बजी थीं… रक्षाबंधन की रात अभिषेक महतो अपनी दुल्हन को घर लाए थे। माँ-बाप, भाई-बहन, रिश्तेदार—सभी के चेहरों पर खुशी थी। लेकिन आज वही घर मातम में डूब गया है। शनिवार सुबह 10 बजे जब अस्पताल