लगातार हो रही बारिश के बीच प्रकृति ने बारिश की विदाई के संकेत दे दिए हैं। बताते हैं कि, धरती पर कांस का पौधा फूलने लगा है। प्राचीन समय में कांस के पौधे के फूलने की घटना को बारिश के अंतिम समय के रूप में देखा जाता था। इसका वर्णन गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित श्री रामचरित मानस में भी पढ़ने को मिलता है। हालांकि, मौसम विभाग इन बातों से सरोकार नहीं रखता।